मुजफ्फरपुर। देश और विदेश में धूम मचा चुकी मुजफ्फरपुर की शाही लीची के बाद अब मेहसी की ‘रेड गोल्ड’ लीची की मांग विदेशों में बढ़ रही है। अमेरिका ने ‘मेहसी वल्र्ड वाइड’ नामक संगठन से करार कर 100 टन लीची का अग्रिम ऑर्डर दिया है। विदेशों में लीची के बढ़ते डिमांड से यहां के किसान काफी खुश हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में मेहसी के लीची की अलग पहचान दिलाने के लिये इंटरनेशनल ट्रेड मार्क ‘रेड गोल्ड’ दिया गया है। वहीं देश के अंदर यह ‘रेल पर्ल’ के नाम से जानी जाएगी। पूर्वी चंपारण के जिला उद्यान पदाधिकारी जयराम पाल के अनुसार इस बार मेहसी के लीची को अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रांड नेम मिला है जिसका भरपूर लाभ किसानों को मिल सकेगा। किसान अरुण कुमार गुप्ता ने बताया कि देश के विभिन्न प्रदेशों में लीची ले जाने वाले ट्रकों के दोनों तरफ बॉडी पर ‘रेड पर्ल’ अंकित रहेगा ताकि लोगों में मेहसी के लीची का संदेश पहुंच सके।
बेहतर पैदावार की उम्मीद
राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र के निदेशक डॉ. विशाल नाथ ने बताया कि गत वर्ष पूरे देश में 48 हजार टन लीची का उत्पादन हुआ था। इस वर्ष भी बेहतर मौसम होने से फ्लावरिंग व फ्रूटिंग काफी अच्छा है। बेहतर उत्पादन होने की संभावना है। पश्चिमी देशों में यहां के लीची की डिमांड बढ़ी है इस बार भारी मात्रा में विदेशों में लीची निर्यात की जाएगी। सरकार की भी मंशा है कि बिहार का उत्पाद देश के साथ विदेशों तक पहुंचे और बिहारी व्यंजन का स्वाद हर व्यक्ति चख सके।
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